गैर मुस्लिम देशों में ये सवाल उठता है कि क्या मुसलमान और गैर मुस्लिम एक साथ शांतिपूर्ण सह अस्तित्व कर सकते हैं? उनके इस सवाल का आधार ये तथ्य है कि उन्हें अक्सर देखने को मिलता है और पता है कि मुस्लिम देशों में गैर मुसलमानों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जाता है। कुरान और पैगम्बर सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम की शिक्षाओं के मुताबिक़ इस सवाल का जवाब ये है कि शांतिपूर्ण सहअस्तित्व हो सकता है और उन्हें ऐसा करना चाहिए और उन्हें ऐसा ज़रूर करना चाहिए। लेकिन ये सिर्फ बयानबाज़ी नहीं है। मेरा कहना है कि हमें किस आधार पर ये दावे करना चाहिए।
No comments:
Post a Comment