Friday, April 18, 2014

Is Ambiguity a Reward? संशय ही सवाब का कारण है?





मुजाहिद हुसैन , न्यु एज इस्लाम
16 अप्रैल, 2014
तालिबान के बीच फूट पड़ने वाली लड़ाई के बारे में जितनी जानकारी पाकिस्तानी मीडिया से प्राप्त हो रही हैं उनसे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि लड़ाई की तीव्रता असाधारण है और तालिबान के बीच झगड़े के मूल कारण अपने अपने कब्ज़े वाले क्षेत्रों में भत्ता वसूली, पंजाबी और पश्तून तालिबान का आपसी खींचतान और फिरौती के लिए अपहरण किये गये लोगों की संपत्ति जैसे मामले हैं। दूसरी ओर बातचीत करने वाली टीम के सदस्यों का दावा है कि ये मामूली झगड़ा था जिसे खूबसूरत तरीके से निपटा दिया गया है और अब और कोई झगड़ा नहीं होगा। ज़ाहिर है तालिबान और उनके समर्थकों के बीच ऐसा खूनी झगड़ा बहुत मामूली प्रकृति का ही हो सकता है जिसमें सिर्फ तीन दिनों में सौ से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। कुछ आलोचकों का मानना ​​है कि पाकिस्तानी मीडिया ने इस मामूली झगड़े को बहुत अतिशयोक्ति के साथ पेश किया है और ये तालिबान के खिलाफ एक घिनौनी साज़िश है। ये ऐसे ही जैसे हम सदियों पर आधारित आपसी धार्मिक युद्धों और खून खराबे की अनगिनत घटनाओं और उनसे सम्बंधित बातों को कालीन के नीचे छिपा देने की कोशिश करते हैं बल्कि अक्सर ऐसा सब कुछ सवाब की नीयत से अंजाम देते हैं।
 

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