Accepting Offers of Peace शांति का प्रस्ताव क़ुबूल करें
मौलाना वहीदुद्दीन खान
11 फरवरी, 2014
मक्का के कुरैश का हमलावर होना उनके और मुसलमानों के बीच एक जंग का कारण बना। इस मौक़े पर जो आयतें नाज़िल हुईं उनमें से कुछ ये हैः
और
यदि वे संधि और सलामती की ओर झुकें तो तुम भी इसके लिए झुक जाओ और अल्लाह
पर भरोसा रखो। निस्संदेह, वो सब कुछ सुनता, जानता है और यदि वो ये चाहें कि
तुम्हें धोखा दें तो तुम्हारे लिए अल्लाह काफ़ी है। वही तो है जिसने
तुम्हें अपनी सहायता से और मोमिनों के द्वारा शक्ति प्रदान की (8: 61-62)।
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