Thursday, March 20, 2014

Iraq And Saudi Arabia - May the Rhetoric Not Become A Cause Of War, Again इराक और सऊदी अरब- कहीं आपसी बयानबाज़ियाँ फिर से किसी जंग की वजह न बन जाएं






बासिल हेजाज़ी, न्यु एज इस्लाम
14 मार्च, 2014
वैश्विक विवादों के इतिहास की एक कहावत बहुत मशहूर है किः जंग सबसे पहले सिरों में शुरू होती है।
जब कोई दूसरों के बारे में दुश्मनी के अंदाज़ में सोचना शुरू करता है तो उसी वक्त दोनों पक्षों में भविष्य के युद्ध की नींव पड़ जाती है जिसके नतीजे में एक या दोनों पक्ष गंभीर नुकसान उठाते हैं। ऐसा इराक और ईरान, और द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी और यूरोप के बीच हुआ।
सब जानते हैं किस तरह सद्दाम हुसैन ने अल्जीरिया के समझौते को पत्रकारों और टीवी कैमरों के


 

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