Human Rights in Islam मानवाधिकार और इस्लाम
रोज़नामा क़ौमी सलामती
21 जून, 2013
(उर्दु से अनुवादः न्यु एज इस्लाम)
इस्लाम
ने अपने मानने वालों को मानवाधिकार की रिआयत की सिर्फ प्रेरणा ही नहीं दी,
बल्कि उन पर मानवाधिकार निर्धारित भी कर दिए। मानवाधिकार से सम्बंधित
इस्लामी शिक्षाएं बताती हैं कि माँ बाप का बच्चों पर, बच्चों का माँ बाप
पर, पति का पत्नी पर, पत्नी का पति पर, पड़ोसियों का पड़ोसियों पर अधिकार
निर्धारित हैं। यही नहीं बल्कि मुसलमानों पर गैर-मुसलमानों के कई अधिकार
निर्धारित किए गए हैं। अब जो व्यक्ति इन अधिकारों को पूरा करेगा वो अल्लाह
के यहां सवाब का हक़दार होगा और जो अधिकारों को पूरा करने में कोताही
बरतेगा तो उसकी क़यामत के दिन पकड़ की जायेगी।
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