Tuesday, January 7, 2014

The True Meaning Of Jihad: Refutation Of Extremist Islamist Ideology By Ulema And Sufis जिहाद का सही अर्थ: जिहाद के बारे में उलमा और सूफ़ी संतों के विचार




ग़ुलाम ग़ौस, न्यु एज इस्लाम
30 मार्च, 2013
जिहाद छेड़ने का मकसद दुनिया से उत्पीड़न, बुराई को खत्म करना है। अल्लाह के बेगुनाह बंदों की रक्षा करना और इंसानों को अमन व शांति, आज़ादी, समानता और न्याय प्रदान करना है।
विभिन्न इस्लामी उलेमा ने जिहाद को न्याय को बढ़ावा देने और हिंसा को समाप्त करने के रूप में परिभाषित किया है। विभिन्न समुदायों के इस्लामी विद्वानों ने जिहाद को शांति स्थापित करने और लोगों के मौलिक अधिकारों और विशेषाधिकारों के संरक्षण का साधन बताया है।

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