by सैफ शाहीन, न्यु एज इस्लाम डाट काम
मुस्लिम पब्लिक अफेयर्स काउंसिल (MPAC), लॉस एंजिलिस के सलाम अल-मरायती का कहना है कि अमेरिका में मुसलमानों को अमेरिकी मुसलमान होने की संवेदनशीलता पैदा करने की आवश्यकता है, लेकिन मस्जिदें इस अमल में रुकावट रही हैं। संगठन अमेरिकी मुसलमानों के साथ काम करता है और सरकारी संस्थानों, मीडिया, अंतर-विश्वास संस्थाओं और हॉलीवुड के स्टूडियो में निर्णायक भूमिका निभाने वाले लोगों के सामने अमेरिकी मुसलमानों के हितों का प्रतिनिधित्व करता है। न्यु एज इस्लाम डाट काम के सैफ शाहीन को दिए एक इंटरव्यु में अल-मरायती का कहना है कि अमेरिका और दुनिया भर में रहने वाले मुसलमानों को बहुलवाद और सबको शामिल करने वाले धर्मशास्त्र की ज़रूरत है न कि बहिष्कार करने वाले और मुकाबला करने वाले धर्मशास्त्र की ज़रूरत है। इंटरव्यु के सम्पादित अंशः ...
http://newageislam.com/hindi-section/मस्जिदें-मुसलमानों-के-अमेरिकी-समाज-में-शामिल-होने-में-रुकावट/d/6629
No comments:
Post a Comment