Monday, January 9, 2012


Hindi Section
09 Jan 2012, NewAgeIslam.Com
निकाह की शर्तें

नीलोफर अहमद (अंग्रेज़ी से अनुवाद- समीउर रहमान, न्यु एज इस्लाम डाट काम)

दक्षिण एशिया में अक्सर शादी के पक्षों के बीच महेर की बड़ी रकम को लेकर सहमति बनती है लेकिन वो कभी अदा नहीं की जाती है। कई बार औरतों को बिस्तरे मर्ग (मृत्यु शैय्या) या जनाज़े पर महेर माफ करने के लिए कहा जाता है। जबरन शादी की वकालत करने, नाबालिग लड़कियों की शादी काफी उम्र के आदमी से करने या उनके हवाले करने, महेर अदा न करने या दुल्हन से महेर वापिस लेने के गलत काम में जो लोग भी लगे हैं वो गौर करें ,क्योंकि वो पैगम्बर मोहम्मद स.अ.व. की तालिमात के खिलाफ अमल कर रहे हैं। --नीलोफर अहमद (अंग्रेज़ी से अनुवाद- समीउर रहमान, न्यु एज इस्लाम डाट काम)

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