Thursday, March 13, 2014

Egypt: Issues Of Religion And Sex On Silver Screen मिस्र: सिल्वर स्क्रीन पर धर्म और सेक्स के सवाल

एंजी घानम और डीना अबूगज़ाला
बीबीसी मॉनिटरिंग सेवा, क़ाहिरा
गुरुवार, 6 मार्च, 2014

आमतौर पर मिस्र के सिनेमा को रोमांटिक कहानियों और कॉमेडी के लिए जाना जाता है. कभी कभार वहां राजनीतिक फिल्में भी बनती हैं, लेकिन अब वहां बदलाव की हवा बहने लगी है.
वहां नास्तिकता, समलैंगिकता और धार्मिक भेदभाव जैसे विषयों पर बातें करने वाले फिल्म निर्माताओं की तादाद लगातार बढ़ रही है.
खासतौर से हाल में आई तीन फिल्में – दि ऐथिस्ट, फैमिली सीक्रेट्स और एक्सक्यूज़ माई फ्रैंच इस रुझान को आगे बढ़ा रही हैं.
कथानक के लिहाज से ये फिल्में अब तक बनती आई फिल्मों के मुकाबले काफी अलग हैं.
दि ऐथीइस्ट में नास्तिकता जैसे मसले पर चर्चा की गई है, वो भी एक ऐसे देश में जहां धर्म में यक़ीन को पूरी तरह से स्वभाविक माना जाता है.
फैमिली सीक्रेट्स एक समलैंगिक किशोर की कहानी है, जो सेक्स संबंधी अपनी रुचि को छिपाने के लिए संघर्ष करता है. हालांकि मिस्र में समलैंगिकता गैरक़ानूनी नहीं है.
इसी तरह एक्सक्यूज़ माई फ्रैंच एक ऐसे ईसाई लड़के की कहानी है जो सरकारी स्कूल में दाखिला पाने के लिए मुसलमान होने का नाटक करता है. वो ऐसा इसलिए करता है क्योंकि उसके पिता की मौत हो गई है और उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो प्राइवेट स्कूल का खर्च उठा सके.
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस बदलाव की वजह क्या है?
बदलाव की वजह
इसके लिए हमें ध्यान देना होगा कि ये फिल्में कब बनीं. तीनों फिल्मों को अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी के शासन के दौरान 2013 में बनाया गया.
कई लोगों को लगता है कि इस इस्लामवादी राष्ट्रपति के शासन के दौरान मिस्र में अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर एक गंभीर खतरा पैदा हो गया था.
ऐसे में बचाव के लिए दलील तैयार करने के मकसद से इन फिल्मों की योजना बनाई गई और शूटिंग की गई.
फिल्म निर्माता जानते थे कि वो एक नपातुला जोखिम ले रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस बात की उम्मीद नहीं छोड़ी कि उनका काम आखिरकार सिल्वर स्क्रीन पर दिखाई देगा.
एक्सक्यूज़ माई फ्रैंच के निदेशक अम्र सलमाह ने अल-मिस्री अल-यवम समाचार पत्र को बताया, "मैंने ये नहीं सोचा था कि ये फिल्म सेंसरशिप में फंस जाएगी."
सैना समर्थित मौजूदा सरकार के तहत इस फिल्मों को सेंसर बोर्ड की हरी झंडी मिल गई. हालांकि इस दौरान फिल्मकारों को कुछ कड़े सवालों के जवाब देने पड़े.
कई लोग इन फिल्मों की कमाई की क्षमता को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं. खासकर ए


 

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